नगर को स्वच्छ और हरा-भरा बनाने की बड़ी जिम्मेदारी नन्हे कंधो ने संभाल ली। सौराष्ट्र प्रान्त के स्कूली छात्रों ने प्लास्टिक कचरे को नगर में कम करने के उद्देश्य से इको इट बनाना शुरू किया है।इस अभियान के अंतर्गत छात्र प्लास्टिक कचरे का संग्रह कर रहे हैं और ईको-ईंट बना रहे हैं।
शहर को प्लास्टिक मुक्त बनाने के उद्देश्य भारत सरकार के स्वच्छता अभियान के तहत स्थानीय प्रशासन व विद्यालयों के समन्वय से नियमित रूप से गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। जिन गतिविधियों में नगर को प्लास्टिक प्रदूषण से मुक्त बनाने के भी मार्ग सुझाये जा रहे। इसके परिणामस्वरूप छात्रों को सिंगल यूज वेस्ट प्लास्टिक की बोतलें इकट्ठा करने और उन्हें सिंगल यूज प्लास्टिक कचरे जैसे रैपर, दूध की थैली, तेल की थैली और अन्य से भरने के लिए कहा गया है।इन्ही गतिविधियों से प्रेरित हो 400 से अधिक छात्रों ने इको फ्रेंडली इटो की पहल को मूर्त रूप दिया।
वही यह छात्र ज्यादा से ज्यादा पौधरोपड़ व प्लास्टिक की थैलियों के बजाय कपड़े के थैलों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए भी नगर के लोगो को प्रोत्साहित कर रहे हैं।
यह बहुत स्पष्ट है कि हम सदियों से प्राकृतिक संसाधनों का दोहन करते आ रहे हैं, लेकिन इसे संरक्षित करने के प्रयास सीमित है जिन्हें बढ़ाना होगा और इसी ध्येय के साथ इन स्कूली छात्रों ने यह मुहिम शुरू की।
छात्रों द्वारा किये गए इस उत्कृष्ट कृत्य की जिला शिक्षा अधिकारी ने भी उन्मुक्त कंठ से प्रशंसा
