भारत का एक समृद्ध समुद्री इतिहास रहा है। समुद्री गतिविधियों का सबसे पहले ऋग्वेद में उल्लेख किया गया था और सागर, समुद्र और नदियों के अंतर्संबंधों के संदर्भ भारतीय पुराणों में पाए जा सकते हैं। भारतीय सामाजिक-आध्यात्मिक परंपराओं, साहित्य, कविता, मूर्तिकला, चित्रकला और पुरातत्व से विविध साक्ष्य भारत की महान समुद्री परंपराओं की पुष्टि करते हैं।
भारत का 7,500 किमी से अधिक का समुद्री तट हमारे विशाल महासागरीय संसाधनों को दर्शाता है। इसके अलावा, हिंद महासागर एकमात्र ऐसा महासागर है जिसका नाम किसी देश, यानी भारत के नाम पर रखा गया है।
मानव समाज समुद्र और समुद्र की प्राकृतिक संपदा से लगातार लाभान्वित होता रहा है। हालाँकि, हाल के दिनों में, ज्यादातर भूमि आधारित गतिविधियों ,पर्यटन,मछली पकड़ने के कारण उत्पन्न प्लास्टिक कचरा नदियों और विभिन्न जलमार्गों के माध्यम से तट और समुद्र तक पहुँचते हैं, जिससे समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र के लिए एक गंभीर खतरा पैदा होता है। तटीय जल, तलछट, बायोटा और समुद्र तटों जैसे विभिन्न मैट्रिक्स में समुद्री कूड़े पर वैज्ञानिक डेटा और जानकारी एकत्र करने के लिए अनुसंधान एवं विकास प्रयासों को किया जाएगा।
विश्व स्तर पर, “अंतर्राष्ट्रीय तटीय सफाई दिवस” सितंबर के तीसरे शनिवार को मनाया जाता है।
इस वर्ष 17 सितंबर 2022 को भारत सरकार अन्य स्वयंसेवी संगठनों और स्थानीय समाज के साथ मिलकर भारत के पूरे समुद्र तट पर स्वच्छता अभियान “स्वच्छ सागर, सुरक्षित सागर” चलाएगी।
इस अभियान में पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय (MoES), पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEFCC), राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS), भारतीय तटरक्षक बल, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA), सीमा जागरण मंच, SFD, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP), पर्यावरण संरक्षण गतिविधि (PSG) के साथ अन्य सामाजिक संगठन और शैक्षणिक संस्थान भी शामिल होंगे।
इस अभियान में मुख्य रूप से समुद्री कूड़े को कम करने, प्लास्टिक का न्यूनतम उपयोग, स्रोत पर अलगाव और अपशिष्ट प्रबंधन पर ध्यान देने हेतु वास्तविक और आभासी दोनों तरह से बड़े पैमाने पर सार्वजनिक भागीदारी देखी जाएगी।
यह दुनिया में अपनी तरह का पहला और सबसे लंबे समय तक चलने वाला तटीय सफाई अभियान होगा, जिसमें सबसे अधिक लोग भाग लेंगे। आम आदमी की भागीदारी न केवल तटीय क्षेत्रों बल्कि देश के अन्य हिस्सों की समृद्धि के लिए “स्वच्छ सागर, सुरक्षित सागर” का संदेश देगी।
इस वर्ष का आयोजन देश की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में आजादी का अमृत महोत्सव के उत्सव के साथ भी मेल खाता है; देश भर के 75 समुद्र तटों पर तटीय सफाई अभियान चलाया जाएगा। 17 सितंबर 2022 को “अंतर्राष्ट्रीय तटीय सफाई दिवस” पर समाप्त होने वाले “स्वच्छ सागर, सुरक्षित सागर” के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए 03 जुलाई 2022 से विभिन्न गतिविधियां शुरू की जाएंगी।
अभियान के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए और 17 सितंबर 2022 को समुद्र तट की सफाई गतिविधि के लिए स्वैच्छिक पंजीकरण के लिए आम लोगों के लिए एक मोबाइल ऐप “इको मित्रम” लॉन्च किया गया है।
इस अभियान के माध्यम से, लोगों के बीच बड़े पैमाने पर व्यवहार परिवर्तन का उद्देश्य इस बारे में जागरूकता बढ़ाना है कि प्लास्टिक का उपयोग हमारे समुद्री जीवन को कैसे नष्ट कर रहा है।
गोपाल अयंगर 9871251605
राजीव बंसल 9313807344
