- यह सफल कहानी है ‘ खुशहाली फाउंडेशन’ के समीर मोहन जी की। समीर जी ने अपने जीवन के कई वर्ष राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक के रूप में बिताए हैं। अब समीर जी ने अपना जीवन पर्यावरण और उसके बचाव के लिए समर्पित कर दिया है।
बता दें कि समीर जी और उनके अभियान ने जन जन तक पहुंच कर उनके जीवन को बदल कर रख दिया। ब्रज प्रांत के पर्यावरण संरक्षक के रूप में समीर जी ने उत्तर प्रदेश के कई जिलों में पौधारोपण और पर्यावरण संरक्षण के मूल मंत्र से लोगों को अवगत कराया है। उन्होंने किसानों को फलदार वृक्ष लगाने के सुझाव दिए। फलदार वृक्षों ने ना केवल किसानों की आय में वृद्धि की है अपितु उनके जीवन शैली को भी बदल कर रख दिया।
अब तक वह और उनके कार्यकर्ताओं ने दो लाख से अधिक फलदार वृक्ष लगाए हैं। जिसमे प्रतापगढ़ का आवंला, प्रयागराज का एल-49 अमरूद, हैदराबाद का कटहल की 30-30 हाइब्रिड जैसी क्वालिटी की करीब 6000 पौधे पिछले दिनों ब्रज-वृदावन में वितरित कर चुके है।
“वृक्ष मित्र-ग्राम मित्र” अभियान के माध्यम से पिछले 7 सालो में 8 लाख से अधिक फलदार वर्क्षों को वितरित करने के साथ उनकी चिंता करने का कार्य भी करते है, जो वर्क्षों के पालक बनाकर और अपनी टीम के द्वारा देखने भी जाते है और समय समय पर पूर्ण जानकारी लेते है।
उनकी टीम ने पिछले कुछ वर्षों में चमत्कार किया है, जहां वे हजारों लोगों तक पहुंचे और उन्हें पर्यावरण की रक्षा के लिए प्रेरित किया। वे लोगों को अधिक से अधिक पेड़ लगाने के लिए प्रेरित करते हैं। अभियान अपनी तरह का एक बन गया और लोगों के अभियान में बदल गया।
वह अभी भी इन किसानों के जीवन में पर्याप्त बदलाव लाने के अपने प्रयासों में व्यस्त है।
