कोरोना त्रासदी ने मानव समाज को बीते वर्षो में झकझोर कर रख दिया। इस महामारी से बचने जहाँ लॉकडाउन जैसे कड़े कदम उठाए गए। वही प्राकृतिक संतुलन को बनाए रखने के महत्व व उसके के बिगड़ने पर होने वाली भयावह स्तिथियों का एक प्रत्यक्ष उदाहरण हम सब ने देखा।
मणिपुर प्रान्त के पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के कार्यकर्ताओं द्वारा कोरोना काल से पूर्व प्लास्टिक प्रदूषण मुक्ति अभियान चलाया जा रहा था , जिसे लॉकडाउन के दौरान उतनी सक्रियता से जारी नही रखा जा सका। अब जब स्तिथियां लगभग सामान्य हो चली है , तो कार्यकर्ताओ ने प्लास्टिक प्रदूषण से मुक्ति के उद्देश्य के साथ यह अभियान पूरे जोर-शोर पुनः प्रारम्भ कर दिया हैं।
आशा है पर्यावरण संरक्षण गतिविधि का यह प्रयास लोगो में प्लास्टिक प्रदूषण के प्रति जागरूकता लाएगा। वही इन प्रयत्नों से संभवतः प्लास्टिक के उपयोग से लोग बचे व एक सकारात्मक बदलाव के साथ स्वस्थ वातावरण का निर्माण करे।
