विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर जहां सभी वृक्षारोपण कर रहे थे वहीं नांगलोई दिल्ली में वयस्क वृक्षों को निर्माण कार्य के लिए काटा जा रहा था। लेकिन वही की निवासी राजबाला जी, जो पर्यावरण संरक्षण गतिविधि की नारी शक्ति की सदस्य हैं, ने आवाज उठाई और वृक्षों को बचाने का संकल्प लिया। उनके इस संकल्प में और भी लोग साथ आये और उन्होंने जेसीबी मशीन की सहायता से वृक्षों को स्थानीय पार्क में विस्थापित किया तथा वहां के स्थानीय लोगों से एक एक वृक्ष को एडाप्ट करने को कहां और लोगों ने भी इसे खुशी खुशी स्वीकार किया।
इसीलिए कहते हैं जहां चाह है वहां राह है । आज जैसे राजबाला जी वृक्षों के संरक्षण के लिए आवाज उठाईं और संरक्षित की, वैसे ही अगर हर जगह की नारी शक्ति वृक्षों के संरक्षण में सामने आए तो पर्यावरण संरक्षित और सुरक्षित रहेगा।
