श्री काशी विश्वनाथ धाम का दिव्य और अलौकिक स्वरूप अब पुनः साकार हो रहा है। श्री काशी विश्वनाथ का आनंद वन फिर से पेड़-पौधों से आच्छादित होगा। मंदिर परिसर से लेकर मंदिर चौक और गंगा किनारे तक हजारों वृक्ष हरियाली बिखेरेंगे। इसके लिए गुलाबी पत्थरों के बीच में विशेष प्रबंध किया गया है। इसके साथ ही बाबा विश्वनाथ धाम पर्यावरण संरक्षण का संदेश पूरे विश्व को देगा।
बाबा विश्वनाथ धाम के आंगन में गुलाबी पत्थरों की आभा के बीच हरियाली का भी ध्यान रखा गया है। महादेव के प्रांगण में ऐसे पौधे लगाए जा रहे हैं जो देवाधिदेव महादेव को अत्यंत प्रिय हैं। श्री काशी विश्वनाथ धाम के पांच लाख वर्गफीट में महादेव का सबसे प्रिय पौधा रुद्राक्ष लगाया जा रहा है। इसके अलावा पारिजात, अशोक, बेल के पौधे भी बाबा के आंगन में हरियाली बिखेरेंगे। मां गंगा में श्रद्धा के गोते लगाकर श्रद्धालु जब जल लेकर बाबा के दरबार की तरफ़ आस्था के क़दम बढ़ाएंगे, तब उनको दोनों तरफ हरियाली का दिखेगी। बाबा का धाम ही पर्यावरण संरक्षण में भी मददगार होगा।
विश्व में देश की नई पहचान श्री काशी विश्वनाथ धाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 दिसम्बर को शिवभक्तों को समर्पित करेंगे।
