भारत-पाकिस्तान की सीमा पर बसे बाड़मेर जिले में बचपन के शौक को पूरा करने के लिए एक सज्जन ने अपने घर की पूरी छत को ही बगीचा बना डाला. बाड़मेर शहर के रॉय कॉलोनी निवासी व्यापारी आनंद डागा ने अपने घर की छत पर 800 पौधों का बगीचा बनाकर अनूठा कार्य किया है. इस बगीचे की सबसे बड़ी विशेषता यह कि छत पर बनने वाला यह उद्यान वेस्ट टू बेस्ट मॉडल के रूप में सभी के लिए प्रेरणादायक है. उन्होंने अपने घर पर औषधीय, सब्जी और फल-फूल के पौधे लगाए हैं. इसके लिए उन्होंने टायर, प्लास्टिक और थर्माकोल का उपयोग किया है जो सामान्यत अनुपयोगी होने पर फेंक दिये जाते हैं. लेकिन आनंद डागा ने इनको अपने घर की छत पर सजाकर इनमें नए पौधों को लगाया. आनंद डागा पौधे लगाने के लिए थर्माकोल, दूध की थैली, मटकी, कोल्ड ड्रिंक की बोतल, प्लास्टिक डिब्बे, नमकीन की थैली, नारियल का खोल, पुरानी जींस, जूते और पाइप आदि का उपयोग करते हैं. यही नहीं पौधे लगाने के पश्चात् उन्हें विकसित करने के लिए रसोई के अपशिष्ट से बनी जैविक खाद का उपयोग करते है.
पर्घयावरण प्रहरी ने बनाया घर की छत वेस्ट टू बेस्ट उद्यान
Subscribe
Login
0 Comments