हम सभी को छत्तीसगढ़ की रहने वाली नंदिनी दीक्षित से सीख लेने की जरूरत है। दंतेवाड़ा जिले की नंदिनी पर्यावरण लेकर बेहद सजग हैं। उन्होंने पर्यावरण को लेकर एक अभियान की शुरुआत की है। किसका नाम रखा है #एकपेड़शहीदोंकेनाम। हम अपने शहीदों को तमाम तरीके से याद करते हैं लेकिन नंदिनी का यह तरीका बेहद प्रभावपूर्ण है। इस अभियान की शुरुआत उन्होंने 19 दिसंबर 2020 को की थी। जिसके जरिए वह 19 से 25 तारीख के बीच शहीदों के नाम पर पौधारोपण किया जाता है।
नंदनी के इस कार्य को केवल आम लोगों ने ही नहीं बल्कि पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावेडकर ने भी सराहा है। उन्होंने 26 जुलाई 2019 कारगिल दिवस के अवसर पर उनको श्रद्धांजलि देने के लिए आमोद अरण्य नाम के कार्यक्रम की शुरुआत की है। इसके साथ ही वह लघु वन बनाने की ओर भी काम कर रही हैं। नंदनी की ओर से पैरा मिलिट्री फोर्सेज और पुलिस फोर्स के लिए भी पौधे लगाए जाते हैं। उनका संदेश यह है कि पर्यावरण संरक्षण एक सामाजिक मुद्दा है। इसके लिए सभी का साथ होना बेहद जरूरी है। उनका कहना है कि शहीदों के प्रति हम लोगों के मन में सम्मान तो होता है लेकिन हम उसे इसके जरिए प्रदर्शित भी कर सकते हैं। अपने उद्देश्य के विषय पर वह कहती हैं कि “हम सब का एक ही सपना! फिर जीवित हो सैनिक अपना।”
पिछले साल 20 मार्च को सीआईएसएफ बचेली यूनिट के 8 जवानों के नाम उन्होंने पौधारोपण किया था। उन्होंने 75 वें स्वतंत्रता दिवस को घर बनाने के लिए #एकपौधाराष्ट्रका अभियान चलाया था। पर्यावरण के प्रति जागरूकता अभियान चलाने वाली नंदिनी इस तरह के कई काम करती हैं। उनके काम पर बने इस वीडियो ने यूनियन क्लाइमेट चेंज अर्थ बीट चैलेंज भी जीता है। उनके काम की प्रशंसा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह ने भी किया है। समाज में हमें ऐसे लोगों से प्रेरणा लेने की बेहद आवश्यकता है। अपने छोटे-छोटे कामों के जरिए हम पर्यावरण की रक्षा कर सकते हैं।
