आपको सूरज जैसे चमकने के लिए सूरज जैसे तपना भी होता है। कोयंबटूर के रहने वाले थियागराजन अपने इलाके में सूरज की तरह चमकने को लेकर मशहूर हैं। पर्यावरण के प्रति प्रेम और जोश हो तो इंसान कुछ भी कर सकता है। साफ सफाई के प्रति सजग रहने वाले थियागराजन ने अकेले ही अपने अगल-बगल 100 से अधिक पेड़ पौधे लगा दिए। अगर उन्हें कहीं भी खाली जगह दिखाई देती है तो वह वहां के अधिकारियों और जमीन के मालिक से संपर्क करते हैं। जिसके बाद उनका केवल एक लक्ष्य रह जाता है कि कैसे यहां पर पेड़ लगाए जा सकते हैं।
उनके द्वारा किए गए काम को देखकर ऐसा लगता है कि यह किसी सरकार ने किया है लेकिन ऐसा नहीं है। यह सब वह खुद से करते हैं। बाजार से पौधे लाने से लेकर उनका रोपण तक करने का पूरा जिम्मा वही उठाते हैं। अगर आपको लगता है कि इन सब कामों के लिए उन्हें कहीं से पैसा मिलता है तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। वह यह सब केवल इसलिए करते हैं कि उनके आसपास एक स्वस्थ और ताजी हवा मिल सके। सभी लोग एक स्वस्थ जीवन जी सकें। केवल इतना ही नहीं बल्कि वाह सरकार द्वारा वृक्षों के लिए किए जा रहे कामों में भी अपना सहयोग देते हैं।
उनके इन्हीं कामों के कारण आसपास के लोग उन्हें ‘ट्री मैन’ बुलाते हैं। आपको बता दें कि उन्होंने शादी भी नहीं की है क्योंकि उनका कहना है कि पेड़ ही उनका पहला और आखरी प्रेम है। इसके साथ वे यह भी कहते हैं कि पेड़ मुझसे बात करते हैं। थियागराजन जैसे न जाने कितने लोग प्रकृति की सेवा में समर्पित हैं। जो अपना सब कुछ छोड़कर केवल पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरुक करने का काम कर रहे हैं।
