हमारे देश में उपयोग से बाहर होने वाली बंजर भूमि को बड़े पैमाने पर नजरअंदाज किया जाता है। जल्द ही साइट एक कचरा डंप साइट बन जाती है चाहे वह निर्माण मलबे या रोजमर्रा का कचरा हो। हमें क्या पता था कि एक छोटे से प्रयास से यह बंजर भूमि कॉलोनी का हरा-भरा स्थान बन सकती है।
दिल्ली प्रांत में ऐसे उत्साही लोग इन बंजर भूमि को हरित स्थलों में बदलने की दिशा में काम कर रहे हैं। उनका विचार घरों से पौधे लगाने के साथ शुरू हुआ बाद में उन्होंने ‘हर्बल लेन’ नामक एक जगह बनाई जहां लोग जन्मदिन और वर्षगाँठ जैसे विशेष अवसरों पर पेड़ लगाते हैं।
लोगो द्वारा उपेक्षित पड़े खाली स्थान जहां पर पूरे क्षेत्र का कूड़ा डाला जाता था ऐसे स्थानों को चयनित कर वहां पहले कूड़ा उठवाया गया, फिर मिट्टी डलवा कर उसमें भारत की सबसे बड़ी गाजीपुर लैंडफील साइट से तैयार खाद, गौशालाओं से तैयार गोबर की खाद कई ट्रक मिट्टी के साथ डलवाई गई।
फिर वहां पौधे लगवाए गए जनसाधारण विशेषकर स्थानीय निवासियों के सहयोग से। लोगो से अपने घर मे गमलो में बड़े हो चुके पौधे आदि मंगाए गए 5 जून 2021 पर्यावरण दिवस को पर्यावरण का प्रांत का विशेष कार्यक्रम कर वृक्षारोपण की शुरुआत की गई।
हर्बल क्यारियां बनाई गई। लोग अपने जन्मदिन , सालगिरह आदि पर आकर पौधे लगा रहे है। पर्यावरण गतिविधि के अंतर्गत वृक्ष मित्र, नर सेवा नारायण सेवा ग्रुप रोहताश नगर टोली के साथ इनकी देखरेख कर रहे है।
