ओरण को बचाने व आमजन को जागरुक करने का एक प्रयास
जोधपुर प्रान्त
जैसलमेर जिले में स्थित देगराय मंदिर के ओरण के संरक्षण हेतु शनिवार एवं रविवार को दो दिवसीय ओरण परिक्रमा प्रारम्भ की गई। ओरण परिक्रमा का शुभारंभ देगराय मंदिर ओरण ट्रस्ट के अध्यक्ष कल्याणसिंह मूलाना, भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष हाथीसिंह मूलाना, ओरण गोचर प्रमुख जुगतसिंह करनौत के द्वारा किया गया। देगराय मंदिर ओरण लगभग 600 वर्ष प्राचीन है। 60 बीघा क्षेत्र में फैले इस ओरण को “सरकार द्वारा राजस्व रिकॉर्ड में सम्मिलित करने” के अतिरिक्त इस परिक्रमा के अन्य उद्देश्य इस प्रकार है –
*ओरण के चारों ओर अतिक्रमण करती सोलर व विंड कम्पनियों पर रोक लगाना। * पॉवर लाइनों से ओरण को मुक्त करने, न्यायालय के गोडावण क्षेत्रों में हाइटेंशन लाइनोंं को भूमिगत करने के आदेशों की पालना करवाना। *ओरण पर निर्भर वन्यजीवों व क्षेत्र के 12 गांवों में पारंपरिक पशुपालन संस्कृति का संरक्षण करने के लिए जनजागरण करना। इस परिक्रमा में पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के कार्यकर्ताओं के अतिरिक्त विभिन्न क्षेत्रों से आए श्रद्धालुओं, वन्यजीव प्रेमियों, पशुपालकों व ग्रामीणों, चारागाह विकास समिति, पशुपालन व पर्यावरण से जुड़ी विभिन्न संस्थाओं की ओर से भागीदारी की गई है। कार्यक्रम पुजारी जगदीशानंद व संतों की ओर से भजन व कृष्ण नाम संकीर्तन किया गया।