पॉलीथीन ने हमारे जीवन में अपनी जो जगह बनाई है उसे भरना या बदलना बेहद मुश्किल प्रतीत होता है। फिर भी समय समय पर हमारे समाज से ही उठकर कुछ लोग इसे बदलने का ज़िम्मा उठाते हैं। मध्य प्रदेश के सतना जिले में भी कुछ ऐसा ही हुआ।
यहां देवालय समाज सेवा समिति ने 2 अक्टूबर 2021 से निरंतर ईकोब्रिक्स अभियान चलाया। न सिर्फ विद्यालयों में बल्कि कॉलेजों में भी। सतना जिले के 38 सैक्षिण संस्थानों में कई सेमिनार करवाए जिसके परिणाम स्वरुप 9534 ईकोब्रिक्स तयार हुईं।
तैयार इको ब्रिक्स को इस्तेमाल कर सतना नगर निगम के सहयोग से एक इको ब्रिक्स पार्क तयार किया गया, जहां इको ब्रिक्स से बनी क्यारियां, संरचनाएं एवं टेबल। हैरानी की बात ये है के देवालय समिति ने इस पार्क को महज़ 72 घंटों में विकसित किया।
पॉलीथीन हमारे पर्यावरण को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाने वाले तत्वों में से एक है, हमारे न चाहते हुए भी हम हर दिन या तो भूमि प्रदूषित करते हैं या फिर वायु, दोनो का कारण प्रायः पॉलीथीन ही होता है। हम सब को मिलकर ये तय करना है के हम किस तरह अपनी जन्मभूमि को सुरक्षित को स्वच्छ बनाएं? इको ब्रिक्स ने एक नया रास्ता दिखाया है, आने वाली पीढ़ियां इसे नई ऊंचाइयों पर ले जा सकती हैं। तब तक हम आप एक एक कतरा प्लास्टिक जोड़ कर इको ब्रिक्स बनाते हैं।
देवायालय समाज सेवा समिति के हर कार्यकर्ता को हमारा नमन🙏
